यह कहानी एक शराबी व्यक्ति और साधु के बीच की है। हमलोग अक्सर किसी आदत की जकड़न में पड़ जाते हैं। हम उस आदत को छोड़ना चाहते हैं, पर छोड़ नहीं पाते। यह कहानी आपको कई सीख देगी। एक बार एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ एक नगर में रहता था। वह पेशे से मछुआरा था। वह सारे दिन मछली पकड़ता और शाम को बाज़ार में बेच आता था।
लेकिन वह जो भी पैसे कमाता था। वह सारे पैसे का शराब पीकर खर्च कर देता था। इस आदत से उसकी पत्नी परेशान थी। पैसे शराब में खर्च करने के कारण उसकी परिवार की दयनीय स्थिति हो गयी थी। घर में जरुरी चीजों की कमी होने लगी। उसकी पत्नी जैसे-तैसे घर की और बच्चो का देखभाल करती थी। उसकी पत्नी अपने पति को राह पर लाने की सोच रही थी।
पर उसे कोई रास्ता नहीं मिल रही थी। तभी कुछ दिनो बाद उसे एक साधु के बारे में पता चला। जो काफी विरपान और समझदार थे। उनकी महिमा काफी दूरी तक फैली हुई थी। तब शराबी की पत्नी ने साधु के पास अपने पति को ले गयो। साधु ने सारी जानकारी ली। और साधु ने उस शराबी व्यक्ति से पूछा कि तुम शराब पीना क्यो नही छोड़ते।
तब शराबी व्यक्ति ने बोला कि महाराज मैं छोड़ना तो चाहता हूँ। पर खराब मुझे नहीं छोड़ता है। साधु ने यह बात सुनकर बोला कि कल तुम सुबह में मेरे पास आना। अगले सुबह, जब वह शराबी व्यक्ति साधु के पास गया तो देखा कि साधु एक पेड़ से चिपके हुए हैं। और जोर-जोर से चिल्ला रहे हैं। कि छोड़ो-छोड़ो यह देखकर शराबी हैरान था।
वह साधु के नजदीक गया और बोला की महाराज आप यह क्या कर रहे हैं। तब साधु ने बोला कि यह पेड़ मुझे छोड़ नही रहा है। तब इसपर शराबी हँसकर बोला महाराज पेड़ को तो आप पकड़े हुए हैं, तो वो भला आप को कैसे छोड़ सकता है। इसपर साधु ने बोला जैसे कि तुम्हे शराब ने पकड़ रखा है। वैसे ही मुझे पड़े ने पकड़ रखा है।
मैं तो इसे छोड़ना चाहता हूँ। पर ये मुझे नही छोड़ रहा है। अब शराबी व्यक्ति को समझ आ चुका था कि साधु उससे क्या कहना चाह रहा है।दोस्तो इसीतरह हर बुरी आदत को छोड़ना हमारी मन:स्थिति पे निर्भर करता है। मनोबल ही हमारी कमजोरी और बुरी आदतों से लड़ने को मदद करती हैं।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि आपको “शराबी व्यक्ति और साधु” की कहानी में साधु किस तरह शराबी व्यक्ति को शराब से पीछे छुड़ाने के लिए तरीका ढूंढा, पूरे डिटेल में समझ में आ गया होगा कि शराबी व्यक्ति को शराब पीने से कैसे रोका जा सकता है। अगर इसमें कुछ कमी रह गया हो या आपके लिए ये लेख कितना हेल्पफुल रहा प्लीज कॉमेंट करके अवश्य बताएं। ताकि इसी प्रकार का नॉलेज आपके सामने और ला सके और इसे अपने दोस्तों के साथ या सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले। धन्यवाद