कई बार आपको इंडियन नेवी और मर्चेंट नेवी क्या है? को लेकर कन्फ्यूजन रहता होगा। आखिर इन दोनों में क्या फर्क है। दरअसल, मर्चेंट नेवी को मूल रूप से व्यापारिक जहाजों का बेड़ा कहा जाता है। जिसमें समुद्री यात्री जहाज, मालवाहक जहाज, तेल रेफ्रिजरेटेड जहाज आदि आते हैं। वही इंडियन नेवी भारत की जल सेना का नाम है, जिसमें युद्धपोत, पनडुब्बी आदि शामिल है।
मर्चेंट नेवी में समुद्र की लहरों पर सैर करने के साथ आप विदेशों की यात्रा करने का भी मौका मिलता है। इसमें कार्यरत प्रोफेशनल्स शिप के परिचालन, तकनीकी रख रखाव और यात्रियों के लिए अन्य प्रकार की सेवाएं प्रदान कराने के कामों से जुड़े होते हैं। इनकी ट्रेनिंग कमोवेश नौसेना जैसी और मेहनत से भरी होती है। ट्रेनिंग संस्थानों द्वारा इन्हें अधिकृत किया जाता है।
हालांकि, डिग्री या डिप्लोमा धारकों को भी छ माह से लेकर एक वर्ष तक बतौर ट्रेनी या डेक कैडर ही बना कर रखा जाता है। पिछले कुछ वर्ष पहले भारत की महिला मर्चेंट नेवी राधिका मेनन साथ मछुआरों को जान बचाने में अपने असाधारण बहादुरी दिखाने को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन द्वारा पुरस्कृत किया गया है। इस पुरस्कार से पुरस्कृत होने वाली वह पहली महिला थी।
नौसेना से अलग है करियर
मर्चेंट नेवी का करियर भी नौसेना से अलग हैं। इसमें तकनीकी टीम और क्रू की भर्तियां होती है। Merchant Navy में 10वीं पास से लेकर बीटेक डिग्रीवालों के लिए भर्तियां होती है। मर्चेंट नेवी में भर्ती के लिए कैंडिडेट को शारीरिक तौर पर फिट होना चाहिए। इनमें से नेविगेटर्स की आंखें पूरी तरह से ठीक होनी चाहिए।
जबकि मेरिन इंजीनियर्स पल्स/माइनस 2.5 तक का चश्मा लगा सकते हैं। परंतु उन्हें कलर ब्लाइंडनेस की शिकायत नहीं होनी चाहिए। सेलेशन से पहले प्रत्याशी के मानसिक संतुलन का भी आकलन होता है। ज्यादातर लोग इलेक्ट्रो ट्विंकल ऑफिसर के रूप में ज्वाइन करते हैं।
देश के कुछ प्रमुख संस्थान
इसमें प्रवेश के लिए देश के कुछ संस्थानों में इससे संबंधित ट्रेनिंग कोर्स होते हैं। इसमें प्रमुख रूप से ट्रेनिंग शिप चाणक्य मुंबई, इंडियन मैरिटाइम यूनिवर्सिटी चेन्नई, मरीन इंजीनियरिंग एंड रिसर्च संस्थान कोलकाता, लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज ऑफ एडवांस मरीन टाइम स्टीजीज एंड रिसर्च मुंबई आदि शामिल है।
इस क्षेत्र में सरकारी और प्राइवेट छात्रों के शिपिंग कंपनियों में नौकरी पाने का मौका मिलता है। इन संस्थानों से पढ़ाई व ट्रेनिंग के बाद रेडियो ऑफिसर, इलेक्ट्रिकल ऑफिसर, नॉटिकल सर्वेयर, पायलट ऑफ शिप आदि के रूप में नौकरी करने का अवसर प्राप्त होता है। हालांकि, ऐसी स्थिति में लंबे समय तक समुद्री यात्रा पर भी रहना पड़ता है।
इसे भी पढ़े :-
Doping क्या होती है? डिफाइन डोपिंग meaning in Hindi
पैरा ओलिंपिक meaning: क्या होती है पैराओलिंपिक संपूर्ण जानकारी
क्या है इंटरनेट ऑफ थिंग्स IOT (Internet of things)
निष्कर्ष
फाइनली मैं कह सकता हूं कि आपको मर्चेंट नेवी क्या है? से जुड़ी पूरी जानकारी आपको मिल गया होगा। यह लेख आपके लिए बहुत हेल्पफुल रहा होगा। क्या आपको इसके बारे में पहले से इतना जानकारी था। अगर था तो अच्छी बात है और नही तो प्लीज कॉमेंट करके जरूर बताएं कि आपके लिए कितना यूज़फुल रहा ताकि मैं आपके लिए ऐसे ऐसे जानकारी और लाता रहूं। धन्यवाद